शिक्षक की विदाई पर रो पड़ा पूरा गांव
शिवपुरी। यह नजारा आप जो देख रहे है यह किसी नेता का कोई कार्यक्रम नही है और न ही यह कोई राजनेता है। बल्कि यह नजारा है एक शिक्षक की विदाई का। जहां एक शिक्षक को विदा करते समय पूरा गांव उमड पडा और पूरा गांव इस शिक्षक की विदाई करते समय रो पडा।
दरअसल यह नजारा जिले के पोहरी अनुविभाग के शासकीय प्राथमिक विद्यालय बागौदा का है। जहां आज शिक्षक ओमकुमार उपाध्याय अपनी सेवा पूर्व होने के बाद विभाग द्धारा उनकी सेवानिवृति हुई है। ओमकुमार उपाध्याय सन 1986 में पोहरी के ग्राम बगौदा के शासकीय स्कूल में प्राथमिक शिक्षक के पद पर पदस्थ हुए। यह मूलत: इस गांव से लगभग 8 किमी दूर अमरपुर गांव के निवासी है। इस दौरान यह स्कूल गांव से साईकिल से आते थे। परंतु नदी बीच में होने के चलते ग्रामीणों ने शासकीय स्कूल के उपर ही पैसे एकजुट कर शिक्षक ओमकुमार उपाध्याय के लिए एक पटौर यहां बनाई। और इस पटौर में यह रहकर यहां के बच्चों को पढाते थे।
इस दौरान गांव के बच्चों और उनके अभिभाषकों से उनका इतना लगाब हो गया कि अब यह गांव उनके लिए गांव नहीं बल्कि परिवार बन गया। जिसके चलते यह लगातार 37 साल तक एक ही स्कूल में सेवाएं देते रहे और आज निर्विबाद रूप से उन्हें शासन ने 62 साल की उम्र होने पर सेवा निवृत कर किया। आज यह दृश्य उनकी सेवानिवृति के दौरान का है। जहां आज उन्हें सेवानिवृत होने पर पूरे गांव के लोगों ने रोते हुए एक साधारण समारोह के दौरान सेवानिवृति किया। इस दौरान बडे बूढे सहित पूरे गांव के लोगों की आंखे नम हो गई। हालात यह निर्मित हो गई कि गांव के लोग बात करते करते यहां बुरी तरह से रोने लगे। यह पल ऐसा था जहां शिक्षक ओमकुमार उपाध्याय भी ग्रामीणों से बिछडते हुए फूट फूट कर रोने लगे।