शिवपुरी । जिला अस्पताल में हालात जुदा है। अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से जिला अस्पताल में आ रहे मरीजों को बाहर की मेडिकल से दवाई और मलमपट्टी खरीद कर लाना पड़ रही है। हालात ऐसे है कि जिला अस्पताल में हड्डी टूट जाने के बाद कच्चा और पक्का प्लास्टर चढ़वाने के लिए पहुंचने वाले मरीजों को जिला अस्पताल के मेडिकल से मलहम पट्टी खरीदकर अपने मरीजों का उपचार कराना पड़ रहा है। बता दें कि हर रोज करीब 100 से ज्यादा मरीज हड्डी टूटने के बाद प्लास्ट चढ़वाने जिला अस्पताल आते हैं, जिन्हें पैसे खर्च कर बाहर से सामान खरीदना पड़ता है।
पैर में फ्रैक्चर होने के बाद जिला अस्पताल आई आरती ने बताया कि उन्हें कच्चा प्लास्टर चढ़ाने के लिए बाहर से 270 रुपए की मलमपट्टी लाना पड़ा, तब कहीं जाकर उनके पैर पर स्वास्थ्य कर्मियों ने कच्चा प्लास्टर चढ़ाया।
शहर के संजय कॉलोनी के रहने वाले राकेश कुशवाह ने बताया कि वह अपने मामा के लड़के के पैर में प्लास्टर चढ़वाने जिला अस्पताल आए थे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें बाहर से सामान लाने के लिए पर्ची लिख दी। उन्हें कच्चे प्लास्टर के लिए 300 रुपए खर्च कर बाहर से मलमपट्टी खरीदनी पड़ी।
मनियर के रहने वाले रामनिवास राठौर ने बताया कि उनके बच्चे का पैर फैक्चर हो गया था। पहली बार कच्चा प्लास्टर चढ़ाने आए थे, तब भी उन्हें 280 रुपए की मलहम पट्टी का सामान बाहर से खरीदकर लाना पड़ा था और आज 5 दिनों बाद जब वह पक्का प्लास्टर चढ़वाने आए हैं तो उन्हें एक बार फिर 380 रुपए का मलहम पट्टी का सामान बाहर मेडिकल से खरीदकर लाना पड़ा।
इस मामले में जिला अस्पताल के RMO योगेंद्र रघुवंशी और सिविल सर्जन डॉ. आर के चौधरी से बात करना चाही तो उन्होंने इस पर कोई जवाब नहीं दिया। CMHO डॉ. पवन जैन का कहना है कि मरीजों का उपचार निशुल्क किया जाता है ऐसे में अगर बाहर के मेडिकल से सामग्री मंगवाई जा रही है तो वह इसकी जांच कर कार्रवाई करेंगे