सीएम हेल्पलाइन में मुरैना बॉटम-5 में क्यों - प्रभारी कलेक्टर
सीएम हेल्पलाइन में मुरैना बॉटम-5 में क्यों - प्रभारी कलेक्टर
जिला बॉटम-5 से ऊपर पहुंचे, वे सभी उपाये करें - जिला सीईओ
मुरैना /प्रभारी कलेक्टर श्री नरोत्तम भार्गव ने कहा है कि हर माह मुरैना जिला बॉटम-5 के जिलों में सीएम हेल्पलाइन में देखा जा रहा है, ऐसा क्यों। अन्य जिलों की अपेक्षा मुरैना जिले में भी अच्छे अधिकारी पदस्थ है। बॉटम-5 में मुरैना पहुंचने पर ऐसा लगता है कि अधिकारियों की कार्य में रूचि नहीं है या सीएम हेल्पलाइन पर ध्यान नहीं है। जबकि मुख्यमंत्री की मंशा है कि हर जरूरतमंद लोगों के समय पर कार्य हों, ताकि जिले की ग्रेडिंग में हम भी प्रदेश में अच्छे नंबर पर दिख सकें। यह निर्देश उन्होंने सोमवार को आयोजित टीएल में अधिकारियों को दिये। इस अवसर पर जिला पंचायत के सीईओ डॉ. इच्छित गढ़पाले, नगर निगम कमिश्नर श्री संजीव कुमार जैन, समस्त जिलाधिकारी, तहसीलदार एवं नगरीय निकायों के सीएमओ मौजूद थे।
बैठक में जिला पंचायत के सीईओ डॉ. इच्छित गढ़पाले ने कहा कि जिला बॉटम-5 से ऊपर पहुंचे, वे सभी उपाये करें। उन्होंने कहा कि कई अधिकारी ऐसे हो सकते है, जो अपने सीनियर अधिकारियों से बात नहीं करते होंगे या सीएम हेल्पलाइन को देखने में रूचि नहीं रखते होंगे। इसलिये उनकी शिकायतें एल-1 से एल-2 और एल-2 से एल-3 तथा एल-3 से एल-4 तक पहुंच जाती है। इससे जिले की रैकिंग बहुत खराब आती है। रैकिंग को सुधारने के लिये अधिकारी पूरी मेहनत के साथ कार्य करना होगा। अन्यथा अन अटेण्ड करने वाले अधिकारियों का वेतन काटने के अलावा कोई चारा नहीं रहेगा। बैठक से अनुपस्थित पॉलीटेक्निक के प्राचार्य एसके डाबर को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये।
प्रभारी कलेक्टर ने टीएल, सीएम हेल्पलाइन के अलावा आयुष्मान कार्ड तथा निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार महिला बाल विकास, स्वास्थ्य विभाग के मैदानी कर्मचारियों को वोटर कार्ड बनने के बारे में विस्तार से पूछा और उनका प्रमाण-पत्र भी मांगा।